Wednesday, 1 February 2017

हमारी संस्कृति में देवी देवताओं के पूजा और भक्ति की परंपरा काफी गहराई से जड़ जमाये हुए है हालाँकि यह एक अलग बात है कि हम उनकी प्रत्यक्षता का एहसास नहीं कर पाते हों I लेकिन यह बात तो काफी महत्व की है कि हमारे मानव जीवन में उनका काफी गहरा प्रतीकात्मक महत्व है I आज वसन्तपञ्चमी के उपलक्ष्य पर हम मां सरस्वती की पूजा अर्चना करते हैं I माँ सरस्वती को बुद्धि और विवेक की प्रतिमूर्ति माना  जाता है I 

माँ सरस्वती के प्रतीकात्मक वाहन हंस के अगर गुणों पर हम ध्यान केंद्रित करें तो ऐसा पाएंगे कि हंस में सही और गलत के चुनाव की काफी प्रभावशाली योग्यता है I अगर माँ सरस्वती का वाहन इस सन्देश को प्रक्षेपित करता है कि तो माँ सरस्वती के बच्चे के रूप में  हमारा बुद्धि और विवेक इतना प्रखर  होना चाहिए कि हम अपने जीवन में आने वाले सही और गलत विकल्पों का चुनाव विवेक के साथ कर सकें तो निश्चितत रूप से हमें इस पावन अवसर पर अपनी बुद्धि और विवेक रूपी पूंजी का संचय करना चाहिए I 

अतः सरस्वती पूजा के इस पावन अवसर पर माँ शारदा  से हमें यह अनुग्रह करना चाहिए की वह हमें बुद्धि और विवेक रूपी पावन उपहार से समृद्ध करें I ताकि हम अपने स्वयं और अन्य लोगों के जीवन को समृद्ध बना सकें I 

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